भर्ती परीक्षाओं में घोटाले के विरोध में गुरुवार (9 फरवरी 2023) को भारी संख्या में जुटे युवाओं ने सड़क पर जाम लगाकर खूब बवाल काटा। पुलिस फोर्स तैनात किये जाने से खफा छात्र आग बबूला हो गए। इसके बाद गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन कर रहे युवाओं के आक्रोश के चलते राजधानी की सड़कों पर जाम लग गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मौके पर जिलाधिकारी द्वारा प्रदर्शन कर रहे युवाओं को समझाने की कोशिशें की गई, लेकिन युवाओं ने उनकी एक न सुनी। इस दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज शुरू किये जाने से मामला और अधिक बिगड़ गया, और प्रदर्शन कर रहे युवाओं की भीड़ से भी पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू हो गई। लाठीचार्ज के दौरान दोनों के बीच जमकर पथराव हुआ। पुलिस ने अब छात्रों की धरपकड़ की तैयारी शुरू कर दी है।
बिगड़ते हालात के बीच अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बयान जारी कर युवाओं को भरोसा दिलाया, कि उनके भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। सीएम धामी ने कहा, कि हमने घोटाला किया ना दबाया है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से किसी के बहकावे ना आने की अपील करते हुए कहा, “हमारी सरकार प्रदेश के युवाओं के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से सजग है। पहले की तरह हमने किसी भी भर्ती घोटाले को ना तो दबाया है और न छुपाया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि जितने भी मामले सामने आए, हमने उनकी जांच कराकर, जितने भी दोषी हैं, सभी को जेल भेजा है। हमारी सरकार ने यह पहले ही तय कर लिया था, कि भर्ती परीक्षाओं में नकल को रोकने के लिए कड़ा कानून बनायेंगे। देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून हम लेकर आ रहे है। ऐसी पुख्ता व्यवस्था की जा रही है, कि भविष्य में होने वाली सारी परीक्षायें पारदर्शी और नकल विहीन हो।
सीएम धामी ने कहा, कि युवाओं के हितों की रक्षा करना सरकार की सबसे पहली जिम्मेदारी है। नकल रोकने के लिए कानून बनाया जाएगा। घोटाले के दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी। वहीं उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश सिंह ने कहा, कि लोक सेवा चयन आयोग और अधीनस्त सेवा चयन आयोग की ओर से करवाई गई सभी परीक्षाओं में जमकर धांधली हुई है। उन्होंने कहा, कि नकलरोधी कानून आने के बाद ही कोई भी भर्ती परीक्षा आयोजित कराई जाए।