उत्तराखंड में नए साल का स्वागत कड़ाके की ठंड से हुआ। प्रदेश के कई जिलों में सुबह-शाम कोहरा और पाला आमजन की मुश्किलें बढ़ा रहा है। वहीं राज्य में मौसम का मिजाज फिर बदलने वाला है। मौसम विभाग ने 5 जनवरी से 7 जनवरी तक राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में गुरुवार को मौसम शुष्क बना रह सकता है। हालांकि कहीं-कहीं आंशिक बादल छाये रहने के साथ ही सुबह और शाम के वक्त कोहरा दुश्वारियां बढ़ा सकता है। फिलहाल 4 जनवरी तक मौसम शुष्क बना रहेगा। वहीं 5 जनवरी से मौसम फिर करवट लेगा और पहाड़ों पर बर्फबारी होगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 5 जनवरी से 7 जनवरी तक उत्तराखंड के 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी जिलों में बर्फबारी होगी। उत्तरकाशी जिले में कुछ जगहों पर बर्फबारी होगी। इसके साथ ही चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के कुछ हिस्सों में बर्फबारी की संभावना है।
Weather Forecast and Warning dated 01.01.2025 pic.twitter.com/bqIbavXIdp
— Meteorological Centre Dehradun (@mcdehradun) January 1, 2025
गौरतलब है, कि उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में नए साल के पहले दिन से ही कड़ाके की ठंड और शीत लहरों में लोगों को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया था। वहीं प्रदेश के कई जिलों में सुबह और शाम पाला और कोहरा परेशानी बढ़ा रहा है। शीत लहरों के साथ सर्द हवाएं चल रही हैं।
इस ठिठुरन वाली ठंड के साथ कोहरे का असर सड़को पर भी नजर आ रहा है। कोहरे के चलते वाहनों की रफ्तार में कमी आई है। लोग ठंड से बचने के लिए आग का सहारे ले रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में नगर पालिका ने जगह-जगह चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की है। वहीं जहां पर लोगों की आवाजाही अधिक होती है, वहां पर दुकान स्वामियों द्वारा भी रहागीरों के लिए अलाव जलाए गए हैं।
बता दें, कि 30 दिसंबर 2024 को केदारनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात समिति के एक कर्मचारी की कड़ाके की ठंड से मौत हो गई। केदारनाथ धाम में बर्फ के चलते पैदल मार्ग अवरुद्ध हुआ पड़ा है। 31 दिसंबर को उसके शव को हेलीकॉप्टर के माध्यम से ऊखीमठ पहुंचाया गया। यहां से अंतिम संस्कार के लिए मृतक के पैतृक गांव में शव को पहुंचाया गया।