हल्द्वानी पुलिस और नैनीताल जनपद के चिकित्सकों की नींद उड़ाने वाला आठ साल का बालक निकला। महज प्रैंक करने के इरादे से आठ वर्षीय बच्चे ने हल्द्वानी के वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ से तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी। हल्द्वानी पुलिस हापुड़ के निजी स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ने वाले बच्चे और उसके पिता को बुधवार को पूछताछ के लिए हल्द्वानी ले आई है।
पुलिस ने बच्चे के नाबालिग होने के कारण मामला बाल कल्याण समिति को सौंप दिया है। वहीं बच्चे के पिता का कहना है, कि पूरे मामले में उनकी कोई संलिप्तता नहीं है। जानकारी के लिए बता दें, मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के पूर्व प्रोफेसर और वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. वैभव कुच्छल को सोमवार शाम अज्ञात नंबर से फ़ोन कर तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। वहीं रंगदारी ना देने पर जान से मारने और बच्चे के अपहरण की धमकी दी गई थी। वरिष्ठ डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने सर्विलांस की सहायता से मंगलवार दोपहर शिव दयालपुरा हापुड़ से पिता-पुत्र को पकड़ लिया। पुलिस के अनुसार, बच्चा डरावने मजाक करने का आदी है।
हिंदुस्तान अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ के दौरान बच्चे ने पुलिस को बताया, कि उसने प्रैंक करने की नीयत से वरिष्ठ चिकित्सक को फोन कर तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी और धमकाया था। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला, कि बच्चा यूट्यूब में वीडियो अपलोड करने और तरह-तरह के गेम खेलने का शौकीन है। इसके अलावा बच्चा पढ़ाई में भी हमेशा अव्वल रहता है। उसने अपना खुद का यूट्यूब चैनल भी बनाया था। हालांकि पिता के नाराजगी चलते कुछ समय पहले उसने यूट्यूब चैनल बंद कर दिया था।
पुलिस के अनुसार, बच्चे को चिकित्सक का नंबर भी संयोग से मिला था। बच्चे ने यूट्यूब पर एक गाना सुना, जिसके बोल थे ‘98971 डम डम डिगा डिगा’ है। बच्चे ने इस गाने के नंबरों में कुछ नंबर अपनी तरफ से जोड़े और उस पर फोन मिला दिया। पुलिस ने बताया, कि बच्चा बड़ा होकर फुटबॉलर बनना चाहता है। वह पुर्तगाल के प्रसिद्ध फुलबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का बड़ा फैन है, और यूट्यूब पर अक्सर रोनाल्डो के वीडियो देखा करता है।
नैनीताल के एसएसपी पंकज भट्ट ने मीडिया को जानकारी दी, रंगदारी मामले में डॉक्टर को फोन करने वाला आठ साल का बच्चा है। इस मामले में वैधानिक कार्रवाई की गई है। पुलिस ने अपनी कार्रवाई पूरी कर ली है। मामला अब बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है।