उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश का सिलसिला जारी है। मानसून की मूसलाधार बारिश ने पहाड़ पर तबाही मचाई हुई है। पहाड़ दरक रहे हैं, बादल फटने की घटनाएं भी सामने आ रही है। पिछले 24 घंटों में पिथौरागढ़, नैनीताल, अल्मोड़ा, चंपावत, देहरादून, पौड़ी और टिहरी जिलों के तमाम इलाकों में बारिश हुई है। केदार घाटी में भी लगातार यात्रियों का रेस्क्यू अभियान जारी है।
रविवार सुबह तड़के से ही राजधानी देहरादून में बारिश शुरू हो गई थी। हालांकि उमसभरी गर्मी ने फिर भी लोगों को बेहाल कर रखा है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले दो दिनों में भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं 7 अगस्त को कई जनपदों में भारी से भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार, 6 अगस्त तक प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों में अगले दो से तीन दिन कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। वहीं, देहरादून में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। जबकि कुछ इलाकों में तेज और कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।
बता दें, कि उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटना से बेहद नुकसान हुआ है। केदारनाथ घाटी में फंसे लगभग 3 हजार श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, मलबा और बोल्डर आने से राज्य में 159 मार्ग पर आवागमन ठप है। इसमें बार्डर रोड, राज्य मार्ग से लेकर ग्रामीण मोटर मार्ग शामिल हैं। इसके कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।