महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200वीं जयंती एवं स्वामी श्रद्धानन्द जी के 75वें बलिदान दिवस के अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्व विद्यालय में तीन दिवसीय वेद विज्ञान एवं संस्कृति महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार (23 दिसंबर 2023) को उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में आयोजित महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे।
इस अवसर पर सीएम धामी ने उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी का देवभूमि उत्तराखंड आगमन पर हार्दिक स्वागत करते हुए कहा, कि यहां के छात्रों का भी सौभाग्य है कि आज उनका उद्बोधन आप सभी को सुनने का अवसर मिलेगा।” उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, कि विद्या एवं संस्कारों की तपस्थली में वेद-विज्ञान, संस्कृति महाकुंभ जैसे वृहद आयोजन में मुझे आमंत्रित करके जो सम्मान दिया गया है, उसके लिए मैं हार्दिक आभार प्रकट करता हूं।
उपराष्ट्रपति ने कहा, कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200 वीं जयंती वर्ष के अवसर पर उनके शिक्षा दर्शन को आत्मसात करने वाली संस्था में स्वयं को पाकर बहुत गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूँ। उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने छात्राओं को नए लोकसभा भवन का भ्रमण करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कुलपति प्रोफेसर सोमदेव शतांशु से कहा, कि छात्र-छात्राओं को नई लोकसभा का दर्शन करवाएं, जिससे उन्हें विकसित भारत, बदलते भारत और नए भारत की परिकल्पना से परिचित होने का अवसर प्राप्त हो सके।
उपराष्ट्रपति ने कहा, कि वैदिक ज्ञान-विज्ञान और आर्य परंपरा के प्रसार के लिए एवं सांस्कृतिक सामाजिक परिवर्तन के लिए विभिन्न आंदोलन के स्वामी दयानंद सरस्वती सूत्रधार और प्रवर्तन रहे है। कुल 25 मिनट की अवधि के भाषण में उपराष्ट्रपति ने ज्ञान-विज्ञान और संस्कृति पर आधारित चिंतन के महाकुंभ की सराहना की। उन्होंने कहा, कि औपनिवेशिक साम्राज्य हमारी नई शिक्षा नीति को पचा नहीं पा रहा है। उनके पाचन क्रिया को ठीक करना होगा और स्वयं मूल्यांकन करते हुए अपने सनातन अस्तित्व को पहचानना होगा।
On 200th Jyanti of #Maharashi #Dayanand #Saraswati "VEDA-VIJNANA & SANSKRITI MAHAKUMBH" our chief guest honorable Vice President of India Jagdeep Dhankhar Sir , chief minister of Uttarakhand Puskhar Singh Dhami Sir ,Uttrakhand governor Lt.Gen. (Ed.) Gurmit Singh pic.twitter.com/GzUTEDTmyb
— Gurukula Kangri (Deemed to be University) (@GkvSocial) December 23, 2023
विज्ञान एवं संस्कृति महाकुंभ शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा, “हम सनातन को मानने वाले लोग हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जिस तरह G 20 का सफल आयोजन हुआ। ये अपने आप में अभूतपूर्व था। पूरे विश्व ने भारत की संस्कृति को देखा। प्रधानमंत्री जी ने 2022 में लाल किले की प्राचीर से पंच मंत्र दिए थे।”
"हम सनातन को मानने वाले लोग हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में जिस तरह जी 20 का सफल आयोजन हुआ। ये अपने आप में अभूतपूर्व था। पूरे विश्व ने भारत की संस्कृति को देखा। प्रधानमंत्री जी ने 2022 में लाल किले की प्राचीर से पंच मंत्र दिए थे।": मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami pic.twitter.com/NUC2zrcQLA
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) December 23, 2023
सीएम धामी ने कहा, “उत्तराखण्ड की डबल इंजन सरकार तेजी से काम कर रही है। हमने बहुत सारे काम, महत्वपूर्ण निर्णय पिछले सालों में लिए हैं। मैं हमेशा अपने विकल्प रहित संकल्प को दोहराता हूं। मैं आपसे भी आह्वान करता हूं कि आप सभी अपना मार्गदर्शन इस विषय पर दें।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ विशेष विमान से सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद वह 11 बजे विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता लोकसभा सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह द्वारा की गई। इस दौरान अति विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्यपाल ले.ज. सेनि गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु ने कहा, कि 23 से 25 दिसंबर तक तीन सत्र में आयोजित वेद-विज्ञान एवं संस्कृति महाकुंभ में 700 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुति के लिए प्राप्त हो चुके है। सोमवार 25 दिसंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केरल के राज्यपाल आरिफ मलिक, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या कार्यक्रम का समापन करेंगे। इस बीच 24 दिसंबर को देश-विदेश के तमाम विद्वानों का सेमिनार में व्याख्यान होगा।