भाजपा ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को राष्ट्र के उप-राष्ट्रपति पद के लिए अपना प्रत्याशी चुना है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसका ऐलान करते हुए कहा, भाजपा और एनडीए उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी किसान पुत्र श्री जगदीप धनखड़ जी को घोषित करती है। श्री जगदीप धनखड़ जी पश्चिम बंगाल के अभी राज्यपाल है, और करीब तीन दशक तक सार्वजनिक जीवन में कार्य किया है। बता दें, जगदीप धनखड़ ने आज शनिवार दोपहर में पीएम नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से भेंट की।
Kisan Putra Jagdeep Dhankhar Ji is known for his humility. He brings with him an illustrious legal, legislative and gubernatorial career. He has always worked for the well-being of farmers, youth, women and the marginalised. Glad that he will be our VP candidate. @jdhankhar1 pic.twitter.com/TJ0d05gAa8
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2022
उल्लेखनीय है, कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवारों का नामांकन 19 जुलाई तक होना है। इसके बाद 20 जुलाई को नामांकन पत्रों का परिक्षण किया जायेगा। वहीं 22 जुलाई तक नामांकन करने वाले प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे। वहीं 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान किया जायेगा। शनिवार शाम को भाजपा पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में बीजेपी संसदीय दल की बैठक में जगदीप धनखड़ को देश के उप-राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी चुने जाने का निर्णय लिया गया। बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की अध्यक्षता में हुई। बता दें, कि वोटों के समीकरणों के हिसाब से उनकी जीत सुनिश्चित मानी जा रही है।
NDA's candidate for the post of Vice President of India to be Jagdeep Dhankhar: BJP chief JP Nadda pic.twitter.com/RYIeIP7Nug
— ANI (@ANI) July 16, 2022
जानकारी के लिए बता दें, कि 18 मई, 1951 को जन्मे 71 वर्षीय जगदीप धनखड़ को जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया गया था। उनका जन्म राजस्थान के झुंझुनू जिले के चैरवा तहसील में स्थित एक छोटे से गाँव किठाना में हुआ था। जगदीप धनखड़ द्वारा चित्तौरगढ़ स्थित सैनिक स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने जयपुर स्थित ‘यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान’ से स्नातक किया। आईएएस, आईआईटी और एनडीए के लिए चुने जाने के बावजूद जगदीप धनखड़ ने वकालत को अपना पेशा चुना।
वर्तमान में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ना सिर्फ जाट समुदाय को आरक्षण दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी, बल्कि मारवाड़ी समाज में भी उनका अच्छा-खासा प्रभाव माना जाता है। जगदीप धनखड़ चौधरी देवीलाल के करीबी माने जाते थे। वीपी सिंह के दौर में वे जनता दल में रहे थे। उल्लेखनीय है, कि जगदीप धनखड़ भाजपा या आरएसएस की मूल विचारधारा से नहीं आते है, बल्कि किसान राजनीति से आते है। वे संवैधानिक पदों पर रहकर मौन रहने वाले नेता नहीं, बल्कि महत्वपूर्ण विषयो पर अपनी बेबाक टिप्पणी देने वाले नेता के रूप पर जाने जाते है।