पड़ोसी देश चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के 20वें अधिवेशन के समापन के बाद बीते शनिवार (22 अक्टूबर 2022) को शी जिनपिंग (Xi Jinping) को एक बार फिर से राष्ट्रपति चुन लिया गया है। बता दें, इससे पहले शी जिनपिंग को बंद कमरे में हुए गुप्त मतदान जरिये पार्टी का लगातार तीसरी बार महासचिव चुना गया।
उल्लेखनीय है, कि चीन में महासचिव पद पर चुने जाने वाला नेता ही देश का राष्ट्रपति होता है। इसके साथ शी जिनपिंग चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के कमांडर भी बन गए है। इस प्रकार शी जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद सबसे अधिक समय तक राष्ट्रपति पद पर रहने वाले नेता बन गए है।
शी जिनपिंग ने चीन के नेता के रूप में ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल हासिल करने के बाद उन्होंने ‘कठिन परिश्रम से काम’ करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “आपने हम पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं पूरी पार्टी का दिल की गहराइयों से धन्यवाद देता हूँ। हमारे लोगों लोगों ने जिस तरह से मुझ पर विश्वास जताया, उसको साबित करने के लिए अपने कर्तव्यों का पूरे लगन से पालन करूँगा।”
गौरतलब है, कि शी जिनपिंग के तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बनने के साथ ही पार्टी का लगभग चार दशक पुराना नियम टूट गया है। पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग करीब तीन दशकों तक पार्टी के मुखिया थे। इसके बाद वर्ष 1980 में पार्टी के सर्वोच्च पद के लिए अधिकतम 10 साल के कार्यकाल का नियम लागू किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन के दौरान चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ को जबरन बैठक से बाहर निकाल दिया गया। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ठीक बगल में बैठे पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ को दो सुरक्षाकर्मियों ने कुर्सी से उठाया और मीटिंग हॉल से बाहर ले गए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
Early drama: Hu Jintao seen being led out soon after reporters are led into the main hall pic.twitter.com/pRffGZF60I
— Danson Cheong (@dansoncj) October 22, 2022
वीडियो में नजर आ रहा है, कि चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ इस दौरान शी जिनपिंग से कुछ कहने की कोशिश करते नजर आए। इस दौरान हू जिंताओ ने वापस कुर्सी पर बैठने की कोशिश भी की, लेकिन दो मार्शल उनकी बाँह में हाथ डालकर उन्हें बाहर लेकर चले गए।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शी जिनपिंग ने चीन के पार्टी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले प्रधानमंत्री ली केकियांग को भी पार्टी के वरिष्ठ पद से हटा दिया है। इसके अलावा पार्टी के तीन और शीर्ष नेताओं को भी उनके पदों से हटाया गया है। चारों नेताओं को दोबारा कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य के रूप में दोबारा नियुक्त नहीं किया है और उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।