राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की एक इमारत के बेसमेंट में पानी भरने से तीन स्टूडेंट्स (दो छात्रा और एक छात्र) की मौत की घटना के बाद युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली की सड़को पर युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा है और भारी संख्या में छात्र करोल बाग मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने ‘वी वॉन्ट जस्टिस’ के नारे लगाए।
आक्रोशित छात्रों ने अपने साथियों की मौत पर दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन अचानक हिंसक भी हो गया गया था, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। इसमें कई छात्र घायल हो गए और तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस बीच, आक्रोशित युवाओं ने दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के पोस्टर पर कालिख भी पोत दी।
VIDEO | Delhi: Students gathered in large numbers at Karol Bagh metro station to protest against the death of three students at a coaching institute in Old Rajinder Nagar after flooding in basement of the building. They shouted, 'We want justice'. pic.twitter.com/QgpZNCLCMt
— Press Trust of India (@PTI_News) July 28, 2024
ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार और एमसीडी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है। उधर, दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के घर के बाहर भी आक्रोशित युवाओं ने प्रदर्शन किया। वहीं कोचिंग माफिया और शैली ओबेरॉय के खिलाफ ABVP के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज की कार्रवाई की।
Delhi: BJP staged a protest outside the office regarding the RAU's IAS Study Circle coaching center accident pic.twitter.com/ggnngkBNY1
— IANS (@ians_india) July 29, 2024
वहीं आप सांसद स्वाति मालीवाल भी प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुँची। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, कि बच्चे बहुत दु:खी हैं और बहुत गुस्से में हैं। इस हादसे को 12 घंटे से ज्यादा हो गए है, लेकिन अभी तक न दिल्ली सरकार का कोई मंत्री, ना ही दिल्ली की मेयर और ना कोई अधिकारी आया है। इन बच्चों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है।
स्वाति मालीवाल ने कहा, “मैं मानती हूं, कि ये मौत कोई आपदा नहीं है बल्कि ये हत्या है, जितने भी दिल्ली सरकार के बड़े-बड़े लोग हैं उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा, कि जितने बच्चों की मौत हुई है उनके घर पर जाकर 1 करोड़ का मुआवजा देना चाहिए। दिल्ली सरकार की मंत्री और मेयर को तुरंत यहाँ पर आना चाहिए।
प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने दिल्ली नगर निगम (MCD) पर निशाना साधते हुए कहा, “MCD का कहना है, कि यह एक आपदा है, लेकिन मैं कहूंगा, कि यह पूरी तरह से लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। ‘आपदा’ ऐसी चीज है जो कभी-कभी होती है। मेरे मकान मालिक ने बताया कि वह पिछले 10-12 दिनों से पार्षद से नाले की सफाई कराने की कह रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
वहीं इस मामले में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेट जाँच का आदेश देते हुए मुख्य सचिव से 24 में भीतर रिपोर्ट माँगी है। इस पर अभ्यर्थियों ने कहा, “घटना की जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है। हम चाहते हैं दिल्ली सरकार से कोई यहाँ आए और उन सभी छात्रों की जिम्मेदारी ले, जिन्होंने अपनी जान गँवाई है। सरकार के मंत्री और प्रतिनिधि अपने एसी कमरों से ट्वीट करके या पत्र लिखकर किसका भविष्य सुधार रहे हैं? हमें मामले में न्याय चाहिए।”
#WATCH | Old Rajender Nagar incident | Delhi: On Minister Atishi's order for a magisterial inquiry, a protesting student says, "There is no one to take the responsibility. We want someone from the government to come here and take responsibility for all the students who have lost… pic.twitter.com/WYVIZHZ8rb
— ANI (@ANI) July 28, 2024
जानकारी के लिए बता दें, कि दिल्ली में शनिवार (27 जुलाई 2024) शाम को भीषण बारिश हुई थी। कई इलाकों में जलभराव होने के बाद कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में 12 फीट तक पानी भर जाने से दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई। मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी श्रेया, तेलंगाना निवासी तान्या और केरल नेविन के रूप में हुई है। घटना के समय कोचिंग सेंटर में 30 से अधिक छात्र थे, जिन्हें गोताखारों की मदद से बाहर निकाला, लेकिन 3 अभ्यर्थी मानव जनित त्रासदी का शिकार हो गए।