मिजोरम की 40 सीटों में से 27 सीटों पर बहुमत पाकर ‘जोरम पीपुल्स मूवमेंट’ ने 2023 विधानसभा चुनावों में सत्ता हासिल कर ली है। राज्य की 62 साल पुरानी पार्टी ‘मिजो नेशनल फ्रंट’ मात्र 10 सीटों पर जीत दर्ज कर पाने में कामयाब हो पाई है, जबकि भाजपा दो और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली है। मिजोरम विधानसभा के लिए वोटिंग सात नवंबर को हुई थी और राज्य के 80 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिए हुए चुनाव में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) को शानदार जीत मिली है। इस बार चुनाव में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद थी, लेकिन सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट को चुनाव परिणाम में हार का सामना करना पड़ा।
ZPM secures absolute majority in Mizoram Assembly elections by winning 27 seatshttps://t.co/4azXG6lpEf
— All India Radio News (@airnewsalerts) December 4, 2023
गौरतलब है, कि पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में 1984 से कभी कांग्रेस तो कभी मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) सरकारें बनती रही हैं। इस बार राज्य पूर्व आईपीएस लालदुहोमा की नेतृत्व में बनी नई राजनीतिक पार्टी जोरम पिपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) बहुमत में आई है। वहीं, एमएनएफ के जोरामथांगा अपनी सरकार को बचाने में नाकामयाब रहे।
यह लगभग स्पष्ट हो गया है कि 74 वर्षीय पूर्व आईपीएस अधिकारी और जेडपीएम नेता लालदुहोमा मिजोरम के अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। उनका सफर एक आईपीएस अधिकारी के रूप में शुरू हुआ। वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिक्योरिटी टीम के नेतृत्वकर्ता भी रहे। हालांकि, उनके राजनीतिक करियर को तब धक्का लगा, जब वह दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्यता का सामना करने वाले पहले सांसद बने।